गीत सोशल मीडिया रौ – पुष्पेंद्र जुगतावत वणसूर
डिंगल में नवाचार
गीत – बडो साणोर
अजब फेसबुक वाटसफ टवीटर ओपिया,
ग्राम इंस्टा गजब रचे गोटा।
सोसयल मीडिया तणा रांगड़ सजे,
मचाया मुलक में ख्याल म्होटा।।१
करण वेळा हरी नाम कांने कियो,
सटेटस सजावण लग्या सारा।
आठ आंगळ तणे मबायल अजूबे,
भख लिया सह जगत भरम भारा।।२
खुणा प्रथमी तणा किया भेळा खबी,
हाथ रै आसरे एक हेलै।
मिनख सूं मिनख पण हुवा अळघा मुदे,
रुळ्या रस मनां सूं बह्या रेलै।।३
वंश कुळ गोत गिम हुवा नाकुछ विपळ,
म्रजादा जात री वुही वाइडी।
गाढ आसंग गया ओळखण गमायी,
अदद जाणीजवे फगत आइडी।।४
हारियो जमारो भरे नित हाजरी,
‘पुष्प’ परवारगी सकल पाटी।
बणे क्यूं दास इण देण रौ बावळा,
मड़द नर जाग रे चेत मांटी।। ५
~~पुष्पेंद्र जुगतावत वणसूर