मत देख मिनख री रीत पंछीड़ा

मत देख मिनख री नीत पंछीड़ा, गीत रीत रा गायां जा!
आयां जा मन मेल़ू तूं, साचोड़ी देख सुणायां जा!!
आवै है ग्रहण आजादी पर, ऊंगाणा बैठा गादी पर।
गांधी री काती हाथां सूं, ऐ कलंक लगावै खादी पर।
वोटां पर जाल़ बिछायोड़ा, थिरचक है कुड़का ठायोड़ा।
इसड़ो ऐ नांखै देख चुग्गो, फस ज्यावै मानव डायोड़ा।
नुगरा बल़-छल़ में नामी है, हरमेस लूट रा हामी है।
कुर्सी री राखै देख निगै, ज्यूं-त्यूं ई राखै थामी है।[…]